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| Kuttey Movie Poster |
की एक्टिंग में कोई बदलाव या चेंजेज है, क्योंकि इतने बड़े बड़े धुरंधर ऐक्टर्स इसमें हैं। इन सभी ऐक्टर्स में अर्जुन कपूर लीड रोल है। विशाल भारद्वाज के बेटे आसमान भारद्वाज की पहली डायरेक्शन है। ये तो आपको नो स्मोकिंग, सत्या, हैदर, ओमकारा इन सबकी झलक मिले गी इन्शुर्ड बेटा बाप पे गया है तीन पॉज़िटिव और
दो नेगेटिव पॉइंट के साथ।सभी का रिव्यु हम करेंगे कुत्ते मूंगली पूरा प्लॉट बताकर आपको बोर नहीं करूँगा, इंटरवल के पहले शोर्ट है।
शूटआउट वाला क्या था वो तीन ₹4,00,00,000 एक सिक्योरिटी की वैन में है एटीएम के पैसे इसमें वो लूटने ऑलमोस्ट पूरी मूवी वन नाइट स्टैंड है। हर एक कैरक्टर अपनी अपनी तरफ से उस वैन के अंदर के एटीएम के पैसों को अपना बनाना चाहता है। उस रात को जोरों की।बारिश हो रही है। अंधेरा है उन सब में सिनेमैटोग्राफी बहुत अच्छी है, लेकिन ये ही शूट और एक सपोज़ हो जाता है। जब दिन में होता है इसकी नेगेटिव में बात करेंगे। पॉज़िटिव नंबर टू वी के अंदर के कॉमेडी सीन्स, कम से कम 10 में से, आठ बार हँसी थिएटर में और ये कॉमेडी ब्रूटेलिटी सीन के अंदर या फिर कोई कैरेक्टर कोई स्टोरी सुनाकर जैसे गैंगस ऑफ वस्सेयपुर मैं एकदम रॉयन ड्रील बट जब रैन्ड में बैठकर तअब वो एक मेंढक की कहानी सुनाती है तो वो थोड़ा सा क्रीम जी और ओवर एक्टिंग लगता है।
पॉज़िटिव नंबर थ्री इसपे आप शायद मुझसे अगरी ना करे। मुझे मूवी में बोर नहीं हुआ क्योंकि मुझे ऐसी मूवीज़ बहुत पसंद है जो रॉ और रिल्लो हर 15-20 मिनट में ट्विस्ट आता है जिससे माइंड पूरी तरह सेक्रिफाइस कर देता है मूवी को।ऑप्शन धोखा बैकस्टैबिंग किस पे? हम भरोसा कर सकते हैं? ईमानदार कौन है? सारे कैरेक्टर्स के अंदर वो अन प्रिडिक्टेबल इ टी का एलिमेंट बहुत सही था लेकिन इसी स्क्रीनप्ले की बूझ लगते हुए दिखती हैं
नेगेटिव नंबर वन एंडिंग एंड में जो सब कैरेक्टर्स का वो शूटआउट सीन था, भाई हाँ गा है लिटरल्ली लॉजिक की बैंड बज चुकी थीं। हीरोपंति का फ्लैशबैक कर रहा था मुझे।और वहीं बॉलीवुड की बार बार रिपीट पे रिपीट गलती पूरे मूवी के अंदर ये हेड शॉट मार रहा है। लेकिन तेरे सामने खड़ा है बंदा। उसको कही पे भी गोली नहीं लग रही है और इन सब के ऊपर
नेगेटिव नंबर टू अर्जुन कपूर पुलिस की मीटिंग अशविन ग्रोवर के साथ कह रहा हूँ, वहीं इससे समझा सकता है भाई तू क्या कर रहा है ये बंद कर दें।नहीं लेकिन पिछली मूवी से ज़ीरो पॉइन्ट 1% थोड़ा लेवल ऊपर हुआ है एक्टिंग का और इतने दूर अंदर ऐक्टर कुमुद मिश्रा एकदम कम स्क्रीन टाइम है, लेकिन खा गया है पूरा तब्बू की कॉमिक टाइम इन बाप रे कोंकणा सेन। अरे इनके साथ एक्टिंग करके भी एक्टिंग का लेवल ऊपर चला जाता है
ऐक्टर्स का लेकिन अपने भाई ने कसम खाइए इस जनम में तो।ये लीड ऐक्टर हैं। कही पर भी पूरे मूवी में ऐसा फील नहीं हुआ। क्या इम्पैक्ट डाला इसकी एक्टिंग में 100 बात की है। एक बार देखो एक्स्पेक्टेशन मैंने कम रखी थी, इसलिए बोर नहीं हुआ। कहीं पर स्टोरी किन्ग है तो कहीं पर लॉजिकल न्यूडिटी और सेक्शुअल सीज़ तो बहुत ज्यादा है। आज हमने हॉलीवुड की भी देखी, उसका रिव्यु चेक करो।भाई साहब वीडियो पसंद आये तो लाइक थिस लाइक आपको जो सही लगे वो कीजिए, थैंक यू सो मच।
